Introduction to Schrage motor:-
यदि चाल व्यवस्थापन काफी विस्तृत परास में करना हो, तो श्राग मोटर (Schrage motor) बहुत उपयुक्त होते हैं। बहुत से स्थानों में दिष्ट धारा, श्रेणी मोटर का प्रचालन लक्षण वांछनीय होता है। इसकी व्यवस्था करने के लिए प्रत्यावर्ती धारा मोटरों में भी प्रयत्न किया गया है।
Construction of Schrage Motor (क्षरागे मोटरें की संरचना) :-
यह एक रोटर फेड शंटटाईप ब्रुश शिप्टिंग (rotor fed shunt type brush shifting) विकलीय प्रत्यावर्तक प्रेरण मोटर (3-0 commutator induction motor) है। इसमें गति नियन्त्रण तथा शक्ति गुणक सुधार की व्यवस्था (arrangement) होता है।
इस मोटर में चित्र 6.11 के अनुसार तीन कुण्डलन होती है जिनमें से दो कुण्डलन रोटर पर तथा एक कुण्डलन स्टेटर पर होती है। ये तीन कुण्डलन इस प्रकार होती है।
(i) Primary winding (प्राथमिक कुण्डलन ) :-
यह कुण्डलन रोटर स्लोट के आन्तरिक भाग में की जाती है जिनको स्लिप रिंग के द्वारा विकलीय सप्लाई लाईन आवृत्ति पर दी जाती है। यह कुण्डलन कार्यकारी (working) फलक्स उत्पन्न करती है। (चित्र 6.11)
(ii) Regulating :winding (नियामक कुण्डलन) :-
इसे compensating या तृतीय कुण्डलन (tertiary winding) भी कहते है। यह रोटर स्लोट के ऊपरी भाग में की जाती है तथा यह PC मोटर की तरह commutator से जुड़ी होती है।
(ii) Secondary winding (द्वितीयक कुण्डलन) :-
यह कुण्डलन स्टेटर स्लोट में स्थापित की जाती है प्रत्येक फेज कुण्डलन के सिरे brushes से जुड़े होते है। इन brushes को दो separate brush rockers पर लगाया (mounted) जाता है जो स्टेटर फेज की मध्य लाईन के सापेक्ष विपरीत दिशा में चलने में सक्षम होते है। ब्रुश A,B तथा C एक दूसरे से 120° पर स्थित होते है।
Working of Schrage Motor(क्षरागे मोटरें की कार्यप्रणाली ) :-
जब प्राथमिक कुण्डलन को लाईन आवृत्ति पर विकलीय सप्लाई दी जाती है तो प्राथमिक तथा रेग्यूलेटिंग कुण्डलन के मध्य ट्रांसफार्मर एक्शन होता है तथा प्राथमिक और द्वितीय के मध्य सामान्य विद्युत प्रेरण (normal induction motor action) एक्शन होता है ।
अतः ट्रांसफार्मर एक्शन से रेग्यूलेटिंग कुण्डलन में लाईन आवृत्ति पर वोल्टेज उत्पन्न होता है। commutator इस लाईन आवृत्ति वोल्टेज को स्लीप आवृत्ति वोल्टेज में परिवर्तित करता है ।
जिसे द्वितीयक कुण्डलन को दिया जाता है। ब्रुश जोड़े A,A, B,B, तथा C,C, के across वोल्टेज ब्रुशों को ब्रुश अक्ष से दूर करने पर बढ़ता है । अर्थात् द्वितीयक में injected Voltage का मान ब्रुश के separation angle पर निर्भर होता है।
स्थिर स्थिति (standstill condition) में प्राथमिक तथा द्वितीयक कुण्डलन के विकलीय धाराओं से घूर्णनशील क्षेत्र (rotating field) उत्पन्न होता है ।
इस स्थिति में यह क्षेत्र प्राथमिक तथा द्वितीयक चालकों के सापेक्ष गति (synchronous speed) N से घूमता है। Induction action के कारण Schrage motor का रोटर उस दिशा में घूमने लगता है जिसके कारण द्वितीयक कुण्डलन में स्लीप आवृत्ति का वोल्टेज प्रेरित हो।
इस कारण air gap में घूर्णनशील क्षेत्र की गति N. - N, हो जाती है। स्टेटर के सापेक्ष यह airgap क्षेत्र स्लीप स्पीड से घूमता है । परिणामस्वरूप द्वितीयक में स्लीप आवृत्ति का वोल्टेज प्रेरित होता है।
Speed control of Schrage motor (क्षरागे मोटर का गति नियन्त्रण) :-
इस मोटर में गति (speedy तल्यकाली गति से अधिक व कम प्राप्त की जा सकती है। चित्र 6.12 के अनुासर जब द्वितीयक कुण्डलन के ब्रुश एक ही दिकपरिवर्तक सेगमेन्ट (commutator segment) पर होते है तो मशीन inverted plain squirrel cage induction motor की तरह कम धनात्मक स्लीप पर चलती है।
चित्र 6.12(b) के अनुसार जब ब्रुशों को दूर किया जाता है तो रेग्यूलेटिंग कुण्डलन से द्वितीयक में injected वोल्टेज द्वितीयक में प्राथमिक के प्रभाव से प्रेरित वोल्टेज का विरोध करता है जिससे मोटर तुल्यकाली गति से कम गति पर चलती है।
चित्र 6.12(c) के अनुसार ब्रुशों को बदला (reversed) किया जाता है तो द्वितीयक कुण्डलन । रेग्यूलेटिंग कुण्डलन से injected वोल्टेज तथा द्वितीय में प्राथमिक के प्रभाव से प्रेरित वोल्टेज समान कल (same phase) में हो जाते है। इसलिए इस स्थिति में motor तुल्यकाली गति से अधिक गति पर चलती है।
Power factor Improvement (शक्तिगुणक सुधार) :-
द्वितीयक कुण्डलन में injected voltage का कलाकोण (phase angle). परिवर्तित करके शक्ति गुणक सुधारा जा सकता है। जब brushes के एक सेट को दूसरे सेट के सापेक्ष more rapidly advance चित्र 6.13 के अनुसार किया जाता है ते injected voltage का quadrature component प्राथमिककेद्वार प्रेरित EMF से Lead करता है जिससे मोटाक शक्ति गुणक सुधरता है।
Characteristics curves of Schrage motor (क्षरागें मोटर के अभिलक्षण वक्र):-
Uses of Schrage motor (क्षरागे मोटर के उपयोग):-
क्षरागें मोटर, विद्युत चालन (Electric drives) के रूप में प्रिटिंग प्रेस, टेक्स्टाईल मिल, पेपर मेकिंग मशीनो, centrifugal pumps, क्रेन तथा hoist में प्रयुक्त की जाती है।
आज आपको Schrage Motor की संरंचना ओर कार्य सिद्धान्त के बारे मे कुछ जानकारी दी गई । यदि आपको पसंद आई तो comments करके जरूर बताए ।
धन्यवाद
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