राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व
1.
निहालचंद :-
·
किशनगढ़ चित्रकला
शैली को चरमोत्कर्ष
पर पहुंचाने का श्रेय
निहालचंद को है।
·
यह किशनगढ़
के शासक सांवत
सिंह के दरबार
में थे।
·
इनकी
बनाई गई बनी-ठनी का चित्र
को भारतीय 'मोनालिसा' कहा जाता है।
2.
पन्नाधायः-
·
इनका जन्म चितौड़
के निकट पांडोली
गांव में हाकला
गुर्जर के घर में हुआ।
·
इनका विवाह = महाराणा
सांगा की सेना में नियुक्त
सूरजमल के साथ हुआ।
·
मेवाड़ के सामन्त
बनवीर ने 1535 ई.
में महाराणा विक्रमादित्य
की हत्या कर युवराज
उदयसिंह की हत्या
का प्रयास किया।
3.
गोरांधायः-
·
इनका जन्म 4जून 1646 को एक माली परिवार
में रतन नोजी टाक व माता रूपा के घर जोधपुर
में हुआ।
·
इनका विवाह = मण्डोर
के मनोहर गोपी भलावत के साथ हुआ।
·
गोरां धाय के अपूर्व
व्याग को जोधपुर
राज्य के राष्ट्रीय
गीत घूसा में गाया जाता है।
·
इनकी स्मृति में जोधपुर
मे छः खम्भों
से युक्त छतरी का निर्माण 1711 ई. करवाया
गया।
·
गोराधाय के नाम से जोधपुर
में बावड़ी भी है।
4.
गवरी बाई:-
·
डूंगरपुर के नागर ब्राह्मण
परिवार में जन्मी
कृष्ण भक्त कवयित्री
गवरी बाई को 'वागड़
की मीरा कहा जाता है।
·
डूंगरपुर महारावल
शिवसिहं ने गवरी बाई के लिए 1829 में बालमुकुन्द
मंदिर का निर्माण
करवाया ।
5.
दुर्गादास राठौड़ :
·
इनका जन्म = 13 अगस्त 1638 को मारवाड के सालवा
गाँव में हुआ।
·
दुर्गादास की मृत्यु
उज्जैन में 22 नवम्बर 1718 में हुई ।
6.
दुरसा आढा:-
·
अकबर के समकालीन
दुरसा आढा ने महाराणा
प्रताप एवं राव चन्द्रसेन
के देश-प्रेम की भावना
का यशोगान किया है।
· विरुद्ध छहतरी, किरतार बावनी, वीरम देव सोलंकी रादुहा आदि इनकी रचनाएँ है।
7. दयालदास :-
·
जन्म = नामक गाँव में। 1998 ई. में बीकानेर
के बुड़िया
·
दयालदास री ख्यात
की हस्त लिखित
प्रति में राठौड़ो
की उत्पत्ति से लेकर महाराजा
सरदार सिंह के राज्यारोहण 1851 ई. तक का इतिहास
लिखा।
8.
कविराज श्यामलदास :-
·
मेवाड़ के महाराणा
शम्भूसिंह एवं उनके पुत्र
महाराणा सज्जन सिंह के दरबारी
कवि श्यामलदास का जन्म 1836 ई. में धोकलिया (भीलवाड़ा) मे हुआ।
·
वीर विनोद
नामक ग्रन्थ लिखा।
·
ब्रिटिश-भारत सरकार
ने इनको कैसर-ए-हिंद' की उपाधि
से तथा महाराणा
मेवाड़ ने इनको कविराजा
की उपाधि से विभूषित
किया।
9. गौरीशंकर हीराचन्द ओझा:-
·
इनका जन्म 1863 ई. रोहिडा (सिरोही] मे हुआ।
·
भारतीय प्राचीन
लिपिमाला नामक ग्रन्थ
की रचना की।
·
अंग्रेजों ने इन्हें
महामहोपाध्याय एवं राय बहादुर की उपाधि
प्रदान की।
10.
बावजी चतुरसिंह :-
·
इनका जन्म = 1879
मेवाड़ के करजाली
गांव मे हुआ।
·
योगाभ्यास, चिंतन एवं जनोपयोगी
साहित्य की रचना करते हुए जीवन व्यतीत
किया।
·
भगवद गीता की गंगाजली
टीका,
परमार्थ विचार, योगसूत्र की टीका, खाच्च
तत्व की समाज टीका,
·
मानव मित्र
रा चरित्र, शेष चरित्र, अलख पचीसी, अनुभव
प्रकाश,
चतुर प्रकाश, चतुर चितामणि, समाज बत्तीसी
आदि ।
11.
बीरबल सिंह :-
·
इनका जन्म = रायसिंह
नगर
[गंगानगर] मे हुआ।
·
प्रजा परिषद ने 30 जून 1946 को रामसिंह
नगर में एक कार्यकर्ता
सम्मेलन कर भावी रणनीति
पर विचार किया।
·
1
जुलाई 1946
के दिन झण्डा
अभिवादन के तहत कार्यकर्ता
हाथों में तिरंगे
झण्डे के लिए
·
सम्मेलन स्थल पर पहुँचे
।
12.
विजयदान देथा:-
·
इनका जन्म = 1 सितम्बर
1996 को बोरुंदा
जोधपुर मे हुआ।
·
बाता री फुलवारी, बापू के तीन हत्यारे, चौधरायन
की चतुराई, दुविधा और अलेखू
हिटलर आदि प्रसिद्ध
कृतियां है।
13.
कन्हैयालाल सेठिया:-
·
'धरती धोरा री' और पाथल और पीथल के रचयिता
है।
·
इनका जन्म = 11 सितम्बर
1919 को सुजानगढ़(चुरू) मे हुआ।
·
1941 में पहला काव्य
संग्रह "वन फूल प्रकासित
हुआ।
·
1976 में इन्हें
अपनी कृति 'लीलटांस' के लिए केन्द्रिय
साहित्य अकादमी नई दिल्ली
द्वारा पुरस्कृत किया गया।
·
1988 में उन्हें
निर्ग्रन्थ के लिए मूर्तिदेवी
पुरस्कार,
1241987 में सबद के लिए सूर्यमल्ल
मीसण पुरस्कार तथा 'सतावादी' के लिए टांटिया
पुरस्कार से सम्मानित
किया।
·
2004 में पद्मश्री
, 2012 में राजस्थान
रत्न
'सम्मान'
से नवाजा गया।
·
1 नवम्बर 2008 को कलकता
में कन्हैयालाल सेठिया का निधन हो गया।
14.
अल्लाह जिलाई
बाई
:-
·
"केसरिया
बालम आओ नी पधारो
म्हारै देस-- गीत प्रख्यात
मांड गायिका ।
·
इनका जन्म = 1 फरवरी 1902 [बीकानेर ] मे हुआ।
·
सन् 1982 में पद्मश्री
से सम्मानित किया गया।
·
1983 में रॉयल अल्बर्ट
हॉल में B.B.C लंदन द्वारा
कोर्ट सिंगर का अवार्ड
दिया गया।
15.
गवरी देवी:-
·
इनका जन्म 1920 ई. (जोधपुर) मे हुआ।
·
मास्को में आयोजित
"भारत महोत्सव" में गवरी देवी ने मांड गायकी
से श्रोताओं को सम्मोहित
कर प्रदेश का नाम रोशन किया।
16.
कम्पनी हवलदार
मेजर पीर सिंह :-
·
जन्म = 20 मई 1918 रामपुरा बेरी(झुझुनूं) मे हुआ।
·
मरणोपरान्त परमवीर
चक्र से सम्मानित
किया गया।
·
परमवीर चक्र से सम्मानित होने वाले ये पहले राजस्थानी थे।
17.
मेजर शैतान
सिंह
:-
·
इनका जन्म 1 सितम्बर 1924 को जोधपुर
जिले की फलौदी
तहसील के बाणासुर गाँव मे हुआ ।
·
मरणोपरान्त परमवीर
चक्र से सम्मानित
किया गया।
18. स्वामी केशवानन्द :-
·
इनका जन्म = मंगलूणा
गाँव
1883 ई. मे हुआ
·
इनका बचपन का नाम = बीरमा
था।
·
1944 से 1956 ई. तक बीकानेर
के रेगिस्थान गाँवो
में लगभग 300 पाठशालाएँ खुलवाई |
19.
प. झाबरमल
शर्मा
:-
- पत्रकारिता के भीष्म
पितामह पं. झाबरमल शर्मा
का जन्म जसरापुर
में
1880 ई.
में हुआ ।
- सीकर का इतिहास, खेतड़ी
का इतिहास, खेतड़ी नरेश और विवेकानन्द, आदर्श
नरेश,
श्री अरविन्द चरित, हिन्दी
गीता रहस्य सार, आत्म विज्ञान क्षिशा आदि।
20.
आचार्य तुलसी :-
·
जन्म = 20 अक्टूबर 1914 लाडुन नागौर मे हुआ।
·
अणुव्रत आंदोलन
का सूत्रधार किया।
21.
आचार्य नानेश
मुनि:- [1920 - 1999 ई.] :-
·
जन्म = मेवाड़ के दाता गाँव मे हुआ।
·
1952 में गुरु द्वारा
आचार्य पद प्रदान
किया
गया।
22.
कोमल कोठारी:-
·
इनका जन्म = 4 मार्च 1929 कपासन (चितोड़ ] मे हुआ।
·
1960 ई. में जोधपुर
जिले के बोरुन्दा कस्बे में 'रूपायन' नामक संस्थान
की स्थापना की।
23.
कृपाल सिंह शेखावत :-
·
ये शिल्पगुरु के नाम से जाने जाते हैं।
·
जन्म = मउ ग्राम (सीकर ] 1922 ई. में हुआ ।
·
1974 ईर्श में इन्हें
पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया।
24.
जगजीत सिंह:
·
इनका जन्म = 8 फरवरी 1941 श्रीगंगानगर में हुआ।
·
निधन = 10 अक्टूबर 2011 को हुआ।
·
मरणोपरान्त राजस्थान
सरकार ने 31 मार्च 2012 को राजस्थान
रत्न पुरस्कार से नवाजा।
25.
प. विश्वमोहन भट्टः-
·
इनका जन्म = 12 जुलाई 1950 को जयपुर
में हुआ।
·
1994 ई. में इन्हें
विख्यात ग्रेमी पुरस्कार मिला।
26.
कर्पूरचन्द कुलिश:-
·
इनका जन्म : 20 मार्च 1926
टोंक के सोडा गाँव में हुआ।
·
ग्रामिण जन जीवन व सामाजिक
व्यवस्था पर मैं देखता
चला गया 'श्रृंखला' लिखी।
27.
ड्रॉ. पी. के. सेठी :-
·
जयपुर फुट के जनक कहे जाते हैं।
·
सवाई मानसिंह
चिकित्सालय में कार्यरत।
·
1969 ई. में दिव्यांगों
के लिए नकली पैर विकसित
किया।
· रैमन मैग्सेसे अवार्ड, डॉ. वी. सी. राय सम्मान, पदमश्री सम्मान रोटरी इंटरनेशनल अवार्ड, फॉर वर्ल्ड अण्डर स्टेण्डिंग एण्ड पीस आदि पुरस्कारो जे नवाजे गाये।
0 टिप्पणियाँ
Please do not enter any spam link in the comment box